Dwarf Planets क्या होता है? what is dwarf planet In Hindi

दोस्तों हम सब ने बचपन से स्कूल में और किताबों में यही पढ़ा है कि हमारे सौरमंडल में एक सूरज और नौ ग्रह है.

लेकिन एक दिन प्लूटो को सौर मंडल के कैटेगरी से बाहर निकाल दिया जाता है.

और इससे हमारे सौरमंडल में सिर्फ 8:00  Planet रह जाते हैं.

और फिर प्लूटो को Dwarf Planets प्लेनेट कहा जाता है.

लेकिन अभी भी बहुत से लोगों को यह कंफ्यूजन है कि 


Dwarf Planets क्या होता है?
Dwarf Planets क्या होता है?


आखिर Dwarf Planets क्या होता है?


तो आज हम आपको यही बताने वाले हैं कि आखिर प्लूटो को Dwarf Planet क्यों कहा जाता है?
और यह भी हम बताने वाले हैं क्या हमारे सौरमंडल में और वैसे बहुत सारे Dwarf Planet है.

अगर आप भी जानना चाहते हैं तो आप इस आर्टिकल को पूरा ध्यान से पढ़िए.

क्योंकि हम आपको इस आर्टिकल में आपको Dwarf Planet क्या होता है?

इसके के बारे में डिटेल जानकारी देने वाले हैं 

और दोस्तों आपको बता दे की बहुत से लोग ये समझ लेते हैं की अगर किसी ग्रह की साइज छोटी हो तो उसको dorf प्लेनेट कहा जाता है.

अगर ऐसा होता तो मरकरी की साइज़ तो बहुत छोटी है.
तो आखिर इसको Dwarf Planet क्यों नहीं कहा जाता?

तो आज के इस आर्टिकल में हम Dwarf Planet के बारे में पूरी डिटेल से जाने वाले हे .

चलिए शुरू करते हैं आज के आर्टिकल को

आपको बता दें की dorf  प्लेनेट यह कांसेप्ट सबसे पहले 2006 में international astronomical unit में हुई  मीटिंग से शुरू हुआ.

इस मीटिंग में प्लूटो को Dwarf Planet का दर्जा मिला.

एक समय था जब हम एस्ट्रोनॉमिकली एडवांस नहीं थे .

तब हम हमारे स्पेस में मिले या फिर कह लीजिये ब्रह्मांड में मिले किसी भी ऑब्जेक्ट को हम प्लेनेट मान लेते थे.

पर जेसे जेसे हम विज्ञानं में संशोधन करते गए . तब हम एस काबिल हो गए की हमारे ब्रह्मांड में मिलने वाले अलग-अलग ऑब्जेक्ट को हम अलग-अलग कैटेगरी में डिवाइड करने लगे.

अब बात करते हैं

प्लूटो की

  • Pluto 



दोस्तों हमें प्लूटो के बारे में पता चला या फिर प्लूटो की खोज उस समय हुई जब हमें प्लूटो की तरह तब तक कोई और प्लेनेट नहीं मिला था.

और प्लूटो बाकी और प्लैनेट्स से बिल्कुल भी अलग था. तो इसीलिए हमने प्लूटो को भी एक प्लेनेट मान लिया.

लेकिन जब समय के साथ साथ हमें प्लूटो जैसे और भी बहुत सारे ग्रह मिलने लगे तब साइंटिस्ट ने यह सोचा इन सभी प्लैनेट्स को या तो प्लेनेट मान लिया जाये या फिर इनके लिए कोई और केटेगरी बनायीं जाये .

और उसी समय से Dwarf Planet यह कंसेप्ट सामने आया.

international astronomical unit  ने यह बताया कि प्लेनेट वह होता है.

जो प्लेनेट होने के एन तीन कैटेगरी स्कोर फुलफिल करें.


1.       कोई भी ग्रह सूरज को ऑर्बिट करता हो .

2.       उसकी ग्रेविटी और mass कितना होना चाहिए की वो अपने राउंड सर्किल को बनाए रखें 

3.      प्लेनेट को अपने आसपास के सभी चीजों को अपनी ग्रेविटी से नष्ट कर देता हे . सेटेलाइट को छोड़कर.

इसका मतलब है कि ग्रह अपने ऑर्बिट में अपने चंद्रमा के अलावा और किसी भी पिंड को टिकने नहीं देते.

dorf  प्लेनेट सोलर सिस्टम के बाकी ग्रहों की तरह सूरज को ऑर्बिट करते हे . 
और उनका mass और ग्रेविटी इतनी होती है कि वह अपने आप को गोलाकार ऑर्बिट में रख सकते हैं.

देखा जाए तो फिर भी Dwarf Planet,प्लेनेट होने के तीसरी कंडीशन को फुल फील नहीं कर पाते.

मतलब यह अपने ऑर्बिट को क्लियर नहीं कर सकते. इस बात को को हम एक example से समझने की कोशिश करते हैं.

हम अगर प्लूटो और पृथ्वी का कंपैरिजन करें तो हमें देखेंगे कि पृथ्वी का mass अपने ऑर्बिट में पाए जाने वाले चीजों से 17 गुना ज्यादा है.

और दूसरी तरफ प्लूटो का मांस उसकेऑर्बिट में पाए जाने वाले चीजो से सिर्फ 0.7 ज्यादा है.

International Astronomical Unit के उस मीटिंग में लिए गए डिसीजन को लेकर बहुत सारे विवाद भी हुए.

उसी मीटिंग के चलते हम अभी इसी समय सेटेलाइट और dorf प्लांट में अंतर समझ सकते हैं.
अब आपके मन में और एक सवाल उठ रहा होगा/

क्या हमारे सौरमंडल में एक ही Dwarf Planet है?

मैं इसके बारे में आपको बताना चाहूंगा कि साइंटिस्ट ने अभी तक कोई सटीक तो नहीं बताया कि हमारे सौरमंडल में कुल कितने Dwarf Planet है.

पर एक स्टडी के हिसाब से पता चला है की हमारे सौरमंडल में कुल अब तक खोजे गए पांच dorf
प्लेनेट हे .

इसके अलावा भी हमारे सौरमंडल में और भी ऐसे बहुत सारे पिंड है जिनको शायद आने वाले समय में dworf प्लेनेट का दर्जा मिल सकता है.

लेकिन इस समय इनको यह दर्जा हासिल नहीं है.

चलिए जान लेती हमारे धरती के आसपास के कुछ Dwarf Planets के बारे में .

  1. CERES

एस dworf प्लेनेट को को हमारे धरती के पास का सबसे नजदीकी Dwarf Planet माना जाता है.
क्योंकि यह mars और jupiter के बीच वाले astroid बेल्ट में स्थित हे .

इस को 1 जनवरी 1801 में इटालियन Astronomer Giuseppe Piazzi ने डिस्कवर किया था.
और तब से करीब 50 साल तक हम इसको एक प्लेनेट  ही मानते रहे.

इसका डायमीटर 945 किलोमीटर हे और इसका टोटल सरफेस एरिया हमारे देश भारत से भी काम हे 

   2. Pluto 

इसको 18 फरवरी 1930 को ClydeTombaugh ने  डिस्कवर किया था.
यह नेपचून के बाद क्लिपर बेड का सबसे बड़ा ऑब्जेक्ट और हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा और साइज में सेकंड नंबर पर आने वाला dworf प्लेनेट है.

हम इसकी साइज की बात करें तो यह पूरे रशिया से बस थोड़ा ही बड़ा है.
प्लूटो की अब तक कुल 5 मून खोजे जा चुके हैं .
       
3. Eris

इसके बाद हमारे dworf प्लेनेट के लिस्ट में तीसरा नंबर आता Eris इस dworf प्लेनेट को 5 जनवरी 2005 को इरिक ब्राउन और उनकी टीम ने अमेरिका के पालना ऑब्जर्वेटरी से खोजा था .

ये साइज में दूसरा और mass  में सबसे बड़ा dworf प्लेनेट है.एस Dwarf Planet का सरफेस एरिया रशिया से बस थोड़ा सा ही कम है.

और उसमें आपको बता दे की इसका एक चांद भी है जिसका नाम है Dysnomia .
2005 में इंटरनेशनल astronomical यूनिट ने २ और Dwarf Planet खोजे जाने की बात सामने रखी थी.

जिनका नाम था Haumea और Makemake,
make make को  31 march 2005  को खोजा गया था.

दोस्तों आपको बता दें कि इनके अलावा भी हमारे सौरमंडल में बहुत से एसे पिंड है.
पर अभी तक उनको Dwarf Planet नहीं माना गया

और अगर आप Dwarf Planet के बारे में और जानना चाहते हे . तो Dwarf Planet के नाम की लिस्ट हम आपको नीचे दे देंगे. तो आप उनके नाम पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं.

List Of Dwarf Planets
  1. Haumea
  2. Ceres
  3. Make Make
  4. Eris
  5. Pluto
  6. 90377 Sedna
  7. 50000 Quaoar
  8. 90428 Orcus
  9. 120347 Salacia
  10. Phoebe
  11. 36628 Huya
  12. 28978 Ixion
  13. 20000 Varuna
  14. 10199 Chariklo
  15. 2014 UZ224

दोस्तों अब आप समझ गए होंगे कि dworf प्लेनेट किसे कहते है. 

अगर आप ये समझ गए . तो आप यह भी अच्छी तरह से समझ गए होंगे अगर किसी प्लेनेट की साइज कम हो हम इस आधार पर उसे Dwarf Planet  नहीं कह सकते.

तो अगर आप Dwarf Planet क्या है यह समझते होगे तो हम इनके के विषय में कुछ इंटरेस्टिंग फैक्ट्स आपको बताना चाहते हैं.

1 .हमारे सौरमंडल का सबसे दूर वाला dworf प्लेनेट अब तक Heris को माना जाता था .
heris की ऑर्बिट करने की कक्षा कुछ अजीब हे . 

इसके चलते एक समय एसा आ जाता हे की जिसको हम सबसे दूर वाला Dwarf Planet  कहते हे वह सूरज के कितने करीब आता है. 

जिसे हम यह भी कर सकते हैं उस समय हमारे सौरमंडल का सबसे करीब वाला Dwarf Planet हे.

No comments

Powered by Blogger.